Sunday, May 10, 2009

दोस्ती

खेलना हमे आता नहींइसलिये इश्क की बाजी हम हार गए


जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हेंइसलिये मुझे जिंदा मार गए


मना लूँगा आपको रुठकर


तो देखो,जोड़ लूँगा आपको टूटकर देखो तो


नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,थाम लूँगा आपको छूट कर तो देखो


हम तो मोहब्बत को खुदा का नाम


देते है,कोई करता है तो इल्जाम देते है


कोइ कहता है पत्थर दिल रोया नही करते,और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।

प्यार

वो प्यार जिस के लिए हम ने छोड़ दी दुनिया,

वफ़ा की राह मैं घायल वो प्यार आज भी है॥

मुझ को मालूम है यह गम है कोई सौगात नहीं,

तुम मुझे अपना कहो अब ऐसे भी हालत नहीं

पानी में अक्स देख के खुश हो रहा था में,

पत्थर किसी ने मारा तो मंज़र बदल गया

तेरी यादों की बारिश सावन की तरह ना बरसती,

काश ख्यालों के दरिया को तुम साहिल ना बनाती,

दिल चुराके ना दिल तोड़ती तो ये बेबसी ना होती,

प्यार के खेल में तेरी जीत और मेरी हार ना होती...

dosti

ना ज़मीन, ना सितारे, ना चाँद, ना रात चाहिए,

दिल मे मेरे, बसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए,

ना दुआ, ना खुदा, ना हाथों मे कोई तलवार चाहिए,

मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,

कहूँ ना मै कुछ, समझ जाए वो सब कुछ,दिल मे उस के,

अपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,

उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,

और हमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,

मैं तो तैयार हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने के लिए,

बस साहिल पर इन्तज़ार करता हुआ एक सच्चा दिलदार चाहिए,

उलझ सी जाती है ज़िन्दगी की किश्ती दुनिया की बीच मँझदार मे,

इस भँवर से पार उतारने के लिए किसी के नाम की पतवार चाहिए,

[m]अकेले कोई भी सफर काटना मुश्किल हो जाता है,

मुझे भी इस लम्बे रास्ते पर एक अदद हमसफर चाहिए,

यूँ तो 'मित्र' का तमग़ा अपने नाम के साथ लगा कर घूमता हूँ,

पर कोई, जो कहे सच्चे मन से अपना दोस्त, ऐसा एक दोस्त चाहिए

दोस्ती

तेरी दोस्ती को पलकों पर सजायेंगे हमजब तक जिन्दगी है तब तक हर रस्म निभायेंगेआपको मनाने के लिए हम भगवान् के पास जायेंगेजब तक दुआ पूरी न होगी तब तक वापस नहीं आयेंगेहर आरजू हमेशा अधूरी नहीं होती हैदोस्ती मै कभी दुरी नहीं होती हैजिनकी जिन्दगी मै हो आप जैसा दोस्तउनको किसी की दोस्ती की जरुरत नहीं पड़ती हैकिसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगाएक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगाकोई जहाँ मेरे लिए तेरी दोस्ती को पलकों पर सजायेंगे हमजब तक जिन्दगी है तब तक हर रस्म निभाएंगेआपको मनाने के लिए हम भगवान् के पास जायेंगेजब तक दुआ पूरी न होगी तब तक वापस नहीं आयेंगेहर आरजू हमेशा अधूरी नहीं होती हैदोस्ती मै कभी दुरी नहीं होती हैजिनकी जिन्दगी मै हो आप जैसा दोस्तउनको किसी की दोस्ती की जरुरत नहीं पड़ती हैकिसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगाएक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगाकोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगावो किसी और दुनिया का किनारा होगाकाम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल कोमेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगाकिसी के होने पर मेरी साँसे चलेगींकोई तो होगा जिसके बिना ना मेरा गुज़ारा होगादेखो ये अचानक ऊजाला हो चला,दिल कहता है कि शायद किसी ने धीमे से मेरा नाम पुकारा होगाऔर यहाँ देखो पानी मे चलता एक अन्जान साया,शायद किसी ने दूसरे किनारे पर अपना पैर उतारा होगाकौन रो रहा है रात के सन्नाटे मेशायद मेरे जैसा तन्हाई का कोई मारा होगाअब तो बस उसी किसी एक का इन्तज़ार है,किसी और का ख्याल ना दिल को ग़वारा होगा मोती भरी सीपियाँ चुनता होगावो किसी और दुनिया का किनारा होगाकाम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल कोमेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगाकिसी के होने पर मेरी साँसे चलेगींकोई तो होगा जिसके बिना ना मेरा गुज़ारा होगादेखो ये अचानक ऊजाला हो चला,दिल कहता है कि शायद किसी ने धीमे से मेरा नाम पुकारा होगाऔर यहाँ देखो पानी मे चलता एक अन्जान साया,शायद किसी ने दूसरे किनारे पर अपना पैर उतारा होगाकौन रो रहा है रात के सन्नाटे मेशायद मेरे जैसा तन्हाई का कोई मारा होगाअब तो बस उसी किसी एक का इन्तज़ार है,किसी और का ख्याल ना दिल को ग़वारा होगा

dost

Teri muskurahat meri pehchan hai,

teri khushi meri jaan hai,

kuchh bhi nahi meri zindagi,

bas itna samajh le ki teri dosti hi meri shaan hai।

Na chupana koi bat Dil me ho agar,

rakna thoda bharosa ap humpar,

hum nibhaege dosti ka rishta is kadar,

ki bhulane par bi na bhula paoge hume zindgi bhar।

Zubaan Se Tumhe Keh Nahi Sakte,

Isliye Humesha Khuda Se Fariyaad Karte Hai,,

Jab Bhi Tumhara Dil Zor Se Dhadke,

Samajh Lena Hum Tumhe Dil Se Yaad Karte Hai,,

Suraj se achha sitaara koi nahi।

Jaisa hai rishta humaara dusra koi nahi।

Chahe saari duniya me dhoond lo...Puri kaynaat me aap jaisa pyaara koi nahi।

Zikr hua jab khuda ki rahmato ka,

Hamne khud ko sabse khushnasib paya,

Tamanna thi ik pyare se dost ki,

khuda khud dost bankar chala aaya

Sab kehte hai achhe log mar kar sitare ban jate hai,

Magar mein kehta hoon,

Achhe sitare toot kar,Aap jaise dost ban jaate hai.....